हरि दत्त बिष्ट (Hari Dutt Bisht)
(माताः श्रीमती सरस्वती बिष्ट, पिताः श्री अम्बादत्त बिष्ट)
जन्मतिथि : 13 जून 1935
जन्म स्थान : डड़ा-बिष्ट
पैतृक स्थान : डड़ाबिष्ट जिला : चम्पावत
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : एम.एससी., पीएच.डी.
कक्षा 4 तक- प्रा.पा. चम्पावत, तत्पश्चात् 3 साल संस्कृत विद्यालय में जाता रहा। कक्षा 8 से 10 देवसिंह विद्यालय पिथौरागढ़ तथा इण्टर जी.जी.आई.सी. पिथौरागढ़।
बी.एससी., एम.एससी. तथा पीएच.डी.- डी.एस.बी. कालेज, नैनीताल
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1950 में कक्षा 8 में प्रवेश के लिए पिथौरागढ़ जाना।
प्रमुख उपलब्धियाँ : 1977-79 तक कुमाऊँ वि.वि. में भौतिकी के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष। आई.आई.टी. कानपुर में प्रोफेसर। पुएर्टो रिका वि.वि. सानजुयान, साउथ कैरोलिना, कोलम्बिया, इ.मौ.सा. जापान, वेस्टर्न औन्टारिओल, लंदन, कनाडा आदि वि.वि. में विजिटिंग प्रोफेसर रहे। विज्ञान से सम्बन्धित अनेक संस्थाओं के सदस्य। उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘फुल ब्राइट’ (यू.एस.ए.), इन्डो-फ्रेंच एक्सचेंज फैलो, इंडो-यू.एस.एस.आर. एक्सचेंज विजिटर फैलो और ‘एमेरिट्स’ साइंटिफिक सी.एस.आई. और ए.आई.सी.टी.ई. फैलो जैसे सम्मान प्राप्त।
युवाओं के नाम संदेशः अगर पूरी ताकत से काम करोगे तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
विशेषज्ञता : भौतिक शास्त्र, शैक्षिक प्रबन्धन, टैक्नोलॉजी।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।